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कहाँ है तू अब I

  • Writer: Mister Bhat
    Mister Bhat
  • Aug 7
  • 1 min read

दुःख की गहराई में खोया,

सोचता था वो मेरा है वो,

लेकिन धोखा उसने दिया,

दिल को तोड़ा, छोड़ा ये रूठा।


रातें बीती, आँसू बहे,

सपनों को तोड़ा, जीने न दिया।

वो कहाँ गई, क्यों छोड़ गई,

मेरी जिंदगी में, तू अब नहीं।


क़िस्से अधूरे, बातें अधूरी,

तेरी यादें मुझे, रूलाती हैं हरदम।

मेरी सोना, तू कहाँ है अब,

मेरे दिल की धड़कन, कहाँ है तू अब।


समय बीता, दर्द बढ़ा,

तेरी यादों में, मैं हर रोज़ मरता।

प्यार का जादू, कहाँ गया वो,

तेरी बेवफ़ाई, दिल को रुलाये वो।


आखिरी ख़त, तेरी यादों में,

बस यही सोचूँ, क्यों किया तू धोखा।

मेरी सोना, अब तू कहाँ है,

मेरे दिल की धड़कन, कहाँ है तू अब ।

 
 
 

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