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मैं तुम्हे ही चाहता हुँ ||

  • Writer: Mister Bhat
    Mister Bhat
  • Sep 14
  • 1 min read

तेरी ही बाहों में सोना चाहता हुँ,

तुझ में ही मैं खोना चाहता हुँ |

तेरे ही साथ हसना और,

तेरे ही साथ मैं रोना चाहता हुँ |


जीवन का हर एक एक पल मैं,

तुम्हारे ही साथी बिताना चाहता हुँ |

अगर मरना भी है तो तुम्हारे ही साथ,

तुम्हारे ही साथ में जीना चाहता हुँ |


मैं हर खुशी तुम्हारे साथ चाहता हुँ,

तुम्हारे सब गम मिटाना चाहता हुँ |

मैं झेल लूंगा हर परेशानी तेरी मगर,

तुम्हारे चेहरे पर हमेशा खुशी चाहता हुँ ||


जवानी से लेकर बुढ़ापे तक

तेरा ही साथ चाहता हुँ,

मैरी शरारतों से तंग आकर,

तुम्हारा मुझे समझाने तक....

मैं तुम्हारा ही साथ चाहता हुँ


मैं तुम्हे ही चाहता हुँ ||

 
 
 

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